वैकल्पित आनुषांगिक विषय (किन्हीं दो को चुना जा सकता है।)
- हिन्दी / उर्दू / अंग्रेजी / संस्कृत
- राजनीति विज्ञान / संगीत / गृह विज्ञान
- समाज शास्त्र / संगीत
- इतिहास / अर्थशास्त्र
- अर्थशास्त्र / मनोविज्ञान / गृह विज्ञान
- मनोविज्ञान / गृह विज्ञान
- भूगोल / अर्थशास्त्र
- दर्शन शास्त्र / आई०आर०पी०एम० / इतिहास
- गांधी विचार / संगीत
- ग्रामीण अर्थशास्त्र | समाजशास्त्र प्रतिष्ठा के प्रत्येक विषय - 200 अंक
नोट :-
- जिस विषय में प्रतिष्ठा लिया गया है उसे वैकल्पिक विषय के रूप में नहीं लिया जा सकता है।
- भूगोल प्रतिष्ठा के साथ अर्थशास्त्र तथा अर्थशास्त्र प्रतिष्ठा के साथ भूगोल अनुभांगिक विषय के रूप में नहीं पढ़ा जा सकता है।
- दर्शन शास्त्र प्रतिष्ठा के साथ अर्थशास्त्र तथा अर्थशास्त्र प्रतिष्ठा के साथ दर्शन शास्त्र अनुशांगिक विषय के रूप में नहीं पढ़ा जा सकता है।
- भाषा एवं साहित्य विषयक प्रतिष्ठा के साथ सामान्य. एक अन्य भाषा एवं साहित्य पढ़ा जा सकता है।
- भाषा एवं साहित्य से भिन्न विषय में प्रतिष्ठा के साथ किसी एक ही भाषा एवं साहित्य विषय का अध्ययन संभव है।
द्वितीय वर्ष :- |
1.अनिवार्य विषय : |
हिन्दी भाषियों के लिए – हिन्दी - 100 अंक
(हिन्दीता भाषियों के लिए – 1. 1. हिन्दी ) - 50 अंक
2.उर्दू / अंग्रेजी- 50 अंक
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2.वैकल्पिक विषय |
प्रथम वर्ष में लिया गया विषय (प्रतिष्ठा के लिए) |
3.वैकल्पिक अनुषांगिक विषय: |
प्रथम वर्ष के लिए गए दोनों विषयों के द्वितीय पत्र । |
तृतीय वर्ष :- |
1.अनिवार्य विषय : |
सामान्य अध्ययन |
2.प्रतिष्ठा: |
प्रथम दो वर्षों में लिया गया विषय। |
बी० ए० पास पाठयक्रम |
कुल अंक - 1200 |
प्रथम खण्ड 400 एवं द्वितीय खंड - 400 अंक क अनिवार्य विषय |
1.अनिवार्य विषय: |
हिन्दी भाषा भाषियों के लिए: राष्ट्रभाषा हिन्दी- 100 अंक
हिन्दीतर भा भाषियों के लिए: हिन्दी - 50 अंक
अंग्रेजी/उर्दू - 50 अंक
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2.निम्नलिखित से तीन विषय, प्रत्येक - 100 अंक |
क) अर्थशास्त्र | मनोविज्ञान / गृहविज्ञान ।
ख) राजनीति शास्त्र / संगीत / गांधी विचार ।
ग) दर्शन शास्त्र / इतिहास / समाजशास्त्र ।
घ) इतिहास / अर्थशास्त्र / ग्रामीण अर्थशास्त्र।
ङ) भूगोल / अर्थशास्त्र / समाजशास्त्र ।
च) दर्शनशास्त्र / आई०आर०पी०एस० / गांधी विचार
छ ) हिन्दी / उर्दू / अंग्रेजी / संस्कृत
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बीo एo पास तृतीय खंड:- |
01 |
खंड 1 एवं 2 के तीनों विषय – प्रत्येक |
100 अंक |
02 |
समान्य ज्ञान |
100 अंक |